क्रिस गार्डनर: पब्लिक टॉयलेट में सोने वाला व्यक्ति आखिर कैसे बना एक Multi-Millionaire
यह कहानी है उस व्यक्ति की जो कभी सार्वजनिक शौचालयों में सोया करते थे, अपना गुजारा चलाने के लिए छोटा-मोटा काम किया और कई कठिनाइयों का सामना करने के बाद अपने समझदारी से एक अरबों की कंपनी बना लेते हैं। यह कहानी है एक सफल बिज़नेस मैन और एक मोटिवेशनल स्पीकर क्रिस गार्डनर की।
क्रिस गार्डनर
क्रिस गार्डनर का जन्म 9 फरवरी 1954 में मिलवोकी, विसकन्सिन, संयुक्त राज्य अमेरिका में हुआ था। उनका पूरा नाम क्रिस्टोफर पॉल गार्डनर है। उनकी माता का नाम बेटये जिन ट्रिपलेट है। उनके पिता उन्हें और उनकी माता को बचपन में ही छोड़ कर चले जाते हैं। उनकी माता दूसरी शादी कर लेते हैं। क्रिस का जीवन बचपन से ही बहुत कठिनाइयों से घिरा हुआ था। उनके सौतेले पिता उन्हें और उनके माता को बहुत मारा करते थे। उन्होंने कई बार क्रिस के माता को झूठे आरोप में जेल भी भेजा। क्रिस ऐसे ही वातावरण में बड़े होते हैं।
जब क्रिस थोड़े बड़े होते हैं, तो उनके सौतेले पिता उनकी माता को जिंदा जलाने का प्रयास करते हैं, परंतु सौभाग्य से उनके माता की जान बच जाती है। इसके लिए उनके सौतेले पिता को जेल भेज दिया जाता है। इसके बाद क्रिस और उनकी माता घर छोड़ देते हैं। क्रिस मिलवोकी से सेन फ्रांसिसको चला जाता है। वह अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते हैं। वह अपनी कई रातें सड़कों, गिरिजाघरों और शौचालयों में बिताया करते हैं। उन्हें जो खाना मिलता वही खा लेते और अपना जीवन जैसे-तैसे बिताते। उन्हें इसी तरीका से सड़कों, अनाथालयों और स्टेशनों में अपना जीवन बीताना पड़ता था। वह छोटा-मोटा काम करते और अपना गुजारा चलाते। उस समय गरीबी उनका पीछा बिल्कुल नहीं छोड़ रही थी और उन्हें कोई सफलता भी नहीं मिल रही थी।
इसी दौरान क्रिस की मुलाकात एक लड़की से होती है। वह उन्हें अपनी कहानी बताते हैं और उनसे कुछ समय पश्चात शादी कर लेते हैं। उन्हें एक बेटा होता है। उस दौरान क्रिस पैसे कमाने के लिए मेडिकल इक्विपमेंट बेचते हैं और और उनकी पत्नी भी छोटा-मोटा काम करती है। वे किराए पर रहने के लिए एक घर ले लेते हैं। विवाह के बाद भी उनके जीवन में कोई बदलाव नहीं आता है। क्रिस पैसे कमाने के लिए मेडिकल इक्विपमेंट साथ-साथ प्रिंटिंग मशीन बेचने का भी काम करते हैं, परंतु उनकी जरूरतें पूरी नहीं होती है। कुछ समय बाद उनकी पत्नी उनसे झगड़ा करने लगती है और तलाक की बात करती हैं। क्रिस उन्हें बहुत समझाते हैं कि वह सब ठीक कर देंगे।
एक दिन क्रिस एक अस्पताल में दवा खरीदने के लिए जाते हैं। जब वह बाहर आता है, तो वह एक कीमती सूट पहने हुए व्यक्ति को लाल रंग की फरारी कार की ओर जाते हुए देखता है।
जैसे ही वह व्यक्ति गाड़ी में बैठने जाता है, तो क्रिस उत्सुकता पूर्वक उनके पास जाकर पूछता है कि वह ऐसा क्या करते हैं कि उनके पास इतनी महंगी सूट और गाड़ी है। वह व्यक्ति उत्तर देता है कि वह एक ब्रोकर है और $80000 प्रति माह काम लेता है। यह सुनकर क्रिस अचंभित हो जाता है। फिर क्रिस उनसे पूछता है कि ब्रोकर कैसे बना जाता है। वह व्यक्ति उत्तर देता है कि इसके लिए एक ट्रेनिंग देकर परीक्षा देना पड़ता है। वह इसके बारे में पता लगता है और उसे एक स्टॉक मार्केट ट्रेनिंग के बारे में पता चलता है जिसे ट्रेनिंग के बाद परीक्षा देकर पास होने के बाद एक स्टॉक ब्रोकर बना जा सकता है। क्रिस ये सबकुछ करते हैं और उसे इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। यह इंटरव्यू कुछ दिन बाद होने वाली थी और उसके सारे प्रमाण पत्र जमा हो गए। उस समय क्रिस ने एक गाड़ी खरीदी थी। दुर्भाग्य से वह पार्किंग के लिए टिकट नहीं लेते हैं। इसके लिए क्रिस को गिरफ्तार किया जाता है और एक दिन के लिए जेल भेज दिया जाता है।उसके अगले दिन ही उसका इंटरव्यू था। वह जैसे ही जेल से छूटता है, बहुत ही तेजी से घर की ओर जाता है। जब वह घर जाता है, तो उसे पता चलता है कि उसकी पत्नी बच्चे के साथ सारे कपड़े और समान लेकर चली गई है। उसने जो कपड़े पहने थे केवल वही उसके पास थे। वह किसी से उधर भी नहीं ले सकता था। वह सोचता है जो होगा देखा जाएगा और उसी अवस्था में इंटरव्यू के लिए जाता है। जब वह इंटरव्यू देने पहुंचता है, तो वह दूसरे लोगों को अच्छे कपड़े पहने हुए देखता है। उसे बहुत बुरा लगता है। जब क्रिस की बारी आती है,तो इंटरव्यू देने वाले व्यक्तियों की प्रतिक्रिया ही बदल जाती है। वह क्रिस से अपनी इस अवस्था के बारे में पूछता है और कहता है हमें लगा था कि आप अच्छे कपड़े पहनकर आएंगे, लेकिन आप ऐसे गंदे कपड़ों में आ गए। क्रिस कोई भी झूठ नहीं बोलते हैं और पूरी आपबीती बताते हैं। इंटरव्यू लेने वाले क्रिस के सच बोलने से बहुत प्रभावित होते हैं। इसके कुछ दिनों बाद क्रिस की पत्नी उनके बेटे के साथ आती है और उसे पालने के लिए कहती है। इस दौरान क्रिस के पास घर नहीं होता है और अपने बेटे के साथ कहीं भी रात गुजार लेता है। वह कहीं भी स्वयं को जैसे-तैसे रख सकता था लेकिन अपने बेटे को नहीं। इसलिए उसने एक घर लिया। तब क्रिस अपने बेटे को D Boarding में छोड़कर पूरा दिन ऑफिस ट्रेनिंग के लिए जाता है। क्रिस के भीतर एक आशा होती है कि एक बार उसकी ट्रेनिंग खत्म हो जाने से सब ठीक हो जाएगा। ट्रेनिंग खत्म होने के बाद वह परीक्षा देता है और पास कर लेता है। यह क्रिस के लिए बहुत बड़ी सफलता होती है। इसके बाद उसे ब्रोकर के रूप में एक कंपनी में नौकरी मिल जाती है। कुछ समय बाद उसने स्वयं को परिवर्तन करने के बारे में सोचा। उसे लगता है कि वह यहां हमेशा तनख्वाह पर काम नहीं कर सकता। इसलिए कुछ अनुभव के बाद वह काम छोड़ देते हैं और अपनी कुछ जमा पूंजी से स्वयं की स्टॉक कंपनी खोल लेते हैं। वह अपनी कंपनी में कुछ लोगों को शामिल करते हैं। धीरे-धीरे क्रिस अपनी सूझबूझ और समझदारी से अपनी कंपनी को तरक्की की राह पर ले जाते हैं। वह कुछ मामूली शेयरों को भी मिलियन में बेच देते हैं। क्रिस ने इस कंपनी को $10000 में शुरू किया था और देखते ही देखते उसे लाखों, करोड़ों और फिर अरबों में ले जाते हैं। इस तरह से वह अरबपति बन जाता है। वह पूरे अमेरिका में प्रसिद्ध हो जाते हैं।
जैसे ही वह व्यक्ति गाड़ी में बैठने जाता है, तो क्रिस उत्सुकता पूर्वक उनके पास जाकर पूछता है कि वह ऐसा क्या करते हैं कि उनके पास इतनी महंगी सूट और गाड़ी है। वह व्यक्ति उत्तर देता है कि वह एक ब्रोकर है और $80000 प्रति माह काम लेता है। यह सुनकर क्रिस अचंभित हो जाता है। फिर क्रिस उनसे पूछता है कि ब्रोकर कैसे बना जाता है। वह व्यक्ति उत्तर देता है कि इसके लिए एक ट्रेनिंग देकर परीक्षा देना पड़ता है। वह इसके बारे में पता लगता है और उसे एक स्टॉक मार्केट ट्रेनिंग के बारे में पता चलता है जिसे ट्रेनिंग के बाद परीक्षा देकर पास होने के बाद एक स्टॉक ब्रोकर बना जा सकता है। क्रिस ये सबकुछ करते हैं और उसे इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। यह इंटरव्यू कुछ दिन बाद होने वाली थी और उसके सारे प्रमाण पत्र जमा हो गए। उस समय क्रिस ने एक गाड़ी खरीदी थी। दुर्भाग्य से वह पार्किंग के लिए टिकट नहीं लेते हैं। इसके लिए क्रिस को गिरफ्तार किया जाता है और एक दिन के लिए जेल भेज दिया जाता है।उसके अगले दिन ही उसका इंटरव्यू था। वह जैसे ही जेल से छूटता है, बहुत ही तेजी से घर की ओर जाता है। जब वह घर जाता है, तो उसे पता चलता है कि उसकी पत्नी बच्चे के साथ सारे कपड़े और समान लेकर चली गई है। उसने जो कपड़े पहने थे केवल वही उसके पास थे। वह किसी से उधर भी नहीं ले सकता था। वह सोचता है जो होगा देखा जाएगा और उसी अवस्था में इंटरव्यू के लिए जाता है। जब वह इंटरव्यू देने पहुंचता है, तो वह दूसरे लोगों को अच्छे कपड़े पहने हुए देखता है। उसे बहुत बुरा लगता है। जब क्रिस की बारी आती है,तो इंटरव्यू देने वाले व्यक्तियों की प्रतिक्रिया ही बदल जाती है। वह क्रिस से अपनी इस अवस्था के बारे में पूछता है और कहता है हमें लगा था कि आप अच्छे कपड़े पहनकर आएंगे, लेकिन आप ऐसे गंदे कपड़ों में आ गए। क्रिस कोई भी झूठ नहीं बोलते हैं और पूरी आपबीती बताते हैं। इंटरव्यू लेने वाले क्रिस के सच बोलने से बहुत प्रभावित होते हैं। इसके कुछ दिनों बाद क्रिस की पत्नी उनके बेटे के साथ आती है और उसे पालने के लिए कहती है। इस दौरान क्रिस के पास घर नहीं होता है और अपने बेटे के साथ कहीं भी रात गुजार लेता है। वह कहीं भी स्वयं को जैसे-तैसे रख सकता था लेकिन अपने बेटे को नहीं। इसलिए उसने एक घर लिया। तब क्रिस अपने बेटे को D Boarding में छोड़कर पूरा दिन ऑफिस ट्रेनिंग के लिए जाता है। क्रिस के भीतर एक आशा होती है कि एक बार उसकी ट्रेनिंग खत्म हो जाने से सब ठीक हो जाएगा। ट्रेनिंग खत्म होने के बाद वह परीक्षा देता है और पास कर लेता है। यह क्रिस के लिए बहुत बड़ी सफलता होती है। इसके बाद उसे ब्रोकर के रूप में एक कंपनी में नौकरी मिल जाती है। कुछ समय बाद उसने स्वयं को परिवर्तन करने के बारे में सोचा। उसे लगता है कि वह यहां हमेशा तनख्वाह पर काम नहीं कर सकता। इसलिए कुछ अनुभव के बाद वह काम छोड़ देते हैं और अपनी कुछ जमा पूंजी से स्वयं की स्टॉक कंपनी खोल लेते हैं। वह अपनी कंपनी में कुछ लोगों को शामिल करते हैं। धीरे-धीरे क्रिस अपनी सूझबूझ और समझदारी से अपनी कंपनी को तरक्की की राह पर ले जाते हैं। वह कुछ मामूली शेयरों को भी मिलियन में बेच देते हैं। क्रिस ने इस कंपनी को $10000 में शुरू किया था और देखते ही देखते उसे लाखों, करोड़ों और फिर अरबों में ले जाते हैं। इस तरह से वह अरबपति बन जाता है। वह पूरे अमेरिका में प्रसिद्ध हो जाते हैं।
इसके बाद वह एक पुस्तक लिखते हैं जिसका नाम है,'The Pursuit of Happyness'। इस पुस्तक के नाम पर हॉलीवुड में 2006 में एक फिल्म बनी जिसमें विल स्मिथ ने अपनी भूमिका निभाई।इसके बाद क्रिस कई ऐसे लोगों से मिलते हैं जो जीवन में बहुत परेशान थे। उन्हें अपनी कहानी सुनाते हैं और जीवन के लिए प्रोत्साहन देते हैं।
उनकी कहानी हमें यही प्रेरणा देती है की जीवन में जैसे भी परिस्थितियों हो हमें कभी हार नहीं मानी चाहिए।




टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें